एक बूढ़े शहर में एक बुढ़िया रहती थी ।
बच्चे मानने को तैयार न थे कि बुढ़िया भी कभी सुंदर बच्ची थी। बुढ़िया को नाराजगी थी हर एक से । बुढ़िया का शहर भी बुढ़िया जैसा। कोई मानने को तैयार नहीं कि शहर भी कभी सुंदर था।
बुढ़िया का शहर पुराना हो गया है, लेकिन बासी नहीं । उसे याद है जब हर रोज़ उसे सजाया जाता था। उसे याद है अपना बचपन । उसे याद है वो सुंदर बच्ची, जो उसकी गोद में पली बढ़ी थी।